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शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

काल्बे सादिक का इंसानियत पर भरोसा

           सम्राट अशोक ने मौर्य साम्राज्य को कथित  रूप से अपने भाइयों की हत्या करने  के बाद जब हस्तगत किया तो पाया कि सारा भारत तो मौर्य सत्ता के अधीन है पर कलिंग प्रदेश नहीं. सम्राट अशोक संपूर्ण भारत को मौर्य सत्ता के अधीन लाने के लिए कृतसंकल्प थे और जब कलिंग ने मौर्य साम्राज्य की अधीनता स्वीकार करने से  इंकार कर दिया  तो उसे मौर्य साम्राज्य के आधिपत्य के अंतर्गत लाने के सम्राट अशोक ने भयंकर  युद्ध छेड दिया. सम्राट को उनकी दृढता,वीरता और तीव्र आक्रमण एवं  भयंकर युद्ध करने के कारण चंडाशोक कहा जाने लगा  था. कलिंगवासी स्वाधीनताप्रिय थे.उन्होने मौर्य साम्राज्य शक्ति का डटकर मुकाबला किया.पर मौर्य साम्राज्य की प्रचंड शक्ति के आगे वे कब तक टिक पाते. अपार जन और धन की हानि के पश्चात अंततोगत्वा कलिंग की पराजय हुई और वह मौर्य साम्राज्य का अधीनस्थ प्रदेश बन गया. पर सम्राट  अशोक ने अपनी विजय के पश्चात जब कलिंग को देखा तो उनका कठोर हृदय द्रवीभूत  होकर  करूणामय हो गया. आबाल-वृद्ध नर- नारी सहित कलिंग ने प्रबल प्रतिरोध किया था और बहुत बडी संख्या में लोग हताहत हुए थे तथा कलिंग की जनसंख्या का एक बडा भाग काल के गाल में समा गया था. सम्राट अशोक जीतकर भी हार गए थे.उन्हें मानवता की कीमत पर अपनी विजय व्यर्थ लगी थी और उन्होने भविष्य में कोई युद्ध न कर स्वयं को मानवता की  सेवा में समर्पित करने का संकल्प किया था . सम्राट बौद्ध धर्म की शरण में आ गए और इसके बाद धम्माशोक कहलाने लगे. इसके बाद के  सम्राट अशोक को सिर्फ भारत ही नहीं  अपितु दुनिया जानती है. सम्राट अशोक ने उस जमाने में ईजिप्ट और ग्रीस तक अपने कल्याणकारी कार्य यथा औषधालय खुलवाना और दुर्लभ औषधियों की व्यवस्था करवाना आदि संपन्न किए थे. सम्राट अशोक का चंडाशोक  से धम्माशोक तक का यह  सफर बतलाता है कि प्रत्येक मानव के साथ अपार संभावनाएं छिपी होती हैं.

          मौलाना काल्बे सादिक ने यह कह कर कि  यदि मोदी  2002 में अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और यह ऐतबार दिलाने में समर्थ होते हैं कि उनमें बदलाव आ चुका है तो वे उनके लिए वोट दे सकते हैं इसी संभावना को तलाश करने की एक  कोशिश की है जो काबिले तारीफ है.  हर एक बुद्धिमान व्यक्ति अपने अनुभवों से सीखते हुए परिपक्वता की दिशा में आगे बढता है और इस सनातन तथ्य पर भरोसा जताने वाला वाकई में इंसानियत पर अपना भरोसा जताता है.

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